ATM एक स्वचलित इलेक्ट्रोनिक मशीन है जिसमें ATM कार्ड डालकर कोई भी बैंक customer अपने खाते में से बिना बैंक जाए अपनी सुविधानुसार पैसे निकाल सकता है | इस आर्टिकल में ATM ka full form क्या है और इसका प्रयोग कैसे किया जाता है के साथ साथ सम्बंधित अन्य कई जानकारियां देने जा रहे हैं, यदि आप भी ऐसी छोटी-छोटी काम की बातें जानने में रूचि रखते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें |
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एटीएम का इतिहास (History of ATM in Hindi)
ATM (Automated Teller Machine) का आविष्कार John Shepherd Barron द्वारा सन 1960 में किया गया था | ATM मशीन को अन्य कई नामों जैसे स्वचलित गणक मशीन, बैंकिंग मशीन, cash machine इत्यादि से भी जाना जाता है | 1960 के दशक में ATM को बैंकोंग्राफ के नाम से जाना जाता है जिसका उपयोग लंदन में किया जाता था |
आधुनिक युग में प्रयोग की जाने वाली एटीएम मशीन का उपयोग भी सर्वप्रथम 1967 में लंदन में ही किया गया था, जिस बैंक में इसका प्रयोग सर्वप्रथम किया गया था वह लंदन का बार्केले बैंक था |
जब John Shepherd Barron ने ATM का आविष्कार किया था तब आरम्भ में इसमें 6 digit का pin का use किया जाता था किन्तु 6 digit का pin याद रखने में उनकी पत्नी को बहुत दिक्कत होती थी और वे pin बार बार भूल जाती थीं तो उनके मन में यह विचार आया कि कोई भी user इतने बड़े pin को भूल सकता है |
बाद में उन्होंने इस पर काम किया और ATM में प्रयोग किये जाने वाले pin को छोटा करके उन्होंने 4 digit का बना दिया और आज वर्तमान समय में भी यह pin 4 digit का ही चलन में है | भारत में पहला ATM मुम्बई में 1987 में install किया गया था और यह installation होंगकोंग एंड संघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन द्वारा किया गया था |
ATM ka Full Form क्या है (What is the full form of ATM) ?
A – Automated
T – Teller
M – Machine
ATM ka full form AUTOMATED TELLER MACHINE है और हिन्दी में इसे स्वचलित गणक मशीन के नाम से जाना जाता है |
ATM मशीन के फायदे (Advantages of ATM Machine)
- ATM Machine 24 घंटे सर्विस provide कराती है और आप यहाँ से कभी भी पैसे withdrawal कर सकते हैं
- यदि आप ATM मशीन का निरन्तर प्रयोग करते हैं तो उससे बैंक कर्मचारी का load काफी कम हो जाता है
- Travel के दौरान आपको ज्यादा पैसे ले जाने की जरुरत नहीं पड़ती है, पैसे खत्म हो जाने की स्थिति में आप कभी भी ATM मशीन से पैसे withdrawal कर सकते हैं
- ATM मशीन का प्रयोग कर आप कभी भी कहीं भी fund transfer कर सकते हैं
- ATM पिन कभी भी change कर सकते हैं
- ATM मशीन का प्रयोग कर अपने खाते में पैसे deposit करवा सकते हैं
ATM मशीन में क्या – क्या होता है ?
एटीएम मशीन के कई पार्ट्स होते हैं जिन सभी से मिलकर एक Complete ATM Machine बनती है जिनके बारे में आज हम इस आर्टिकल में जानकारी देने जा रहे हैं |
- Display Screen
- Cash Dispenser
- Card Reader
- Keypad
- Printer
- Speakers
Display Screen
यह screen मशीन पर होने वाली सभी process और transection का visual ATM user को प्रदान कराती है, कोई भी user इस screen में उस पूर्ण क्रिया को देख सकता है जो वह मशीन से service लेने और money withdrawal के दौरान करता है | सभी ATM’s में मुख्यतः LCD screen का प्रयोग किया जाता है |
Cash Dispenser
किसी भी एटीएम मशीन में Cash Dispenser का मुख्य role होता है और इसे ATM मशीन का ह्रदय कहा जाता है | इसका प्रयोग user पैसों को collect करने के लिए करता है | आसान शब्दों के समझा जाए तो Cash Dispenser एटीएम का वह part है जहाँ पर अंत में पैसा आता है और यहाँ से user अपने पैसे collect करता है |
Card Reader
कार्ड रीडर मशीन का वह पार्ट होता है जो ATM Card में लगी Black Magnetic Stripe को read करता है और authenticate होने पर process को आगे बढाता है |
Keypad
Keypad मशीन का वह part होता है जिसकी मदद से आप process को up and down कर सकते हैं और आवश्यकता होने पर अपने ATM का pin डालकर मशीन से पैसे निकाल सकते हैं |
Printer
आपके खाते में कितने पैसे हैं आप जब यह जांचते हैं तो मशीन आपको सुविधा देती है कि आप उसकी हार्ड कॉपी अपने पास रख सकते हैं, इस स्थिति में मशीन के अन्दर लगा printer आपको print निकालकर दे देता है |
Speakers
ATM मशीन में स्पीकर्स भी दिए जाते हैं जिसकी मदद से आप मशीन में होने वाली पूर्ण प्रक्रिया को अपने कानों से सुन भी सकते हैं | मशीन के द्वारा जिन commands को दिया जाता है उन्हें आप स्पीकर्स की मदद से सुनते हैं और follow करते हैं |
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ATM का प्रयोग करते समय किन बातों को ध्यान में रखें ?
- ATM पिन को किसी और के सामने disclose ना करें और किसी ऐसे इंसान को ना बताएं जिस पर आप पूर्ण रूप से भरोषा ना करते हों
- यदि आपका ATM Card कहीं गुम हो गया है तो सबसे पहले गुम होने की रिपोर्ट लिखवायें और use तुरंत बंद करवा दें
- ATM Pin को समय समय पर बदलते रहें
- ATM कार्ड पर Pin को लिखकर ना रखें, खो जाने की स्थिति में आपके खाते से तुरंत पैसे निकाले जा सकते हैं
- मोबाइल नम्बर को ATM के साथ link अवस्य करवाएं
- मोबाइल पर यदि कोई OTP आता है तो use किसी अन्य के साथ शेयर ना करें
- यदि आप online shopping करते हैं तो यह ध्यान अवश्य रखें कि जिस website से आप shopping कर रहे हैं वह secure है या नहीं
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उपरोक्त आर्टिकल में आपने ATM ka Full Form जाना और साथ ही साथ आपने जाना कि ATM का इतिहास क्या है और एक ATM मशीन में कौन-कौन से elements होते हैं | यदि आपको उपरोक्त आर्टिकल ATM ka Full Form क्या है पसंद आया हो तो इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि ज्यादा लोग ATM ka Full Form जान सकें |
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