Kedarnath Yatra 2022 के दौरान Kedarnath e Pass है जरूरी [कैसे बनवाएं]

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यदि आप समाचार देखते या पढ़ते हैं तो आप जानते ही होंगे कि Kedarnath Yatra 2022 में किस तरह श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, यह भगवान् शिव के प्रति श्रद्धा भाव ही तो है जो लाखों की संख्या में लोग प्रतिदिन वहां पहुँच रहे हैं लेकिन साथ ही साथ Kedarnath Yatra 2022 के दौरान प्रकृति से भी खिलवाड़ हो रहा है | जिस स्थान पर एक समय में हजार लोग आ सकते हैं और अचानक उस स्थान पर लाखों लोग एक साथ आ जाएँ तो इस बात को सोचना भी थोडा डरावना होगा कि उस वक़्त कैसा होगा मंजर |

प्रतिदिन बढती भीड़ को देखकर एक बार फिर से सरकार द्वारा Kedarnath Yatra 2022 के दौरान Kedarnath e Pass को यात्रियों के लिए जरूरी कर दिया है इस केदरनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra 2022) में अब Kedarnath e pass बनवाना जरूरी हो गया है और यदि आप बिना इसके केदारनाथ पहुँचते हैं तो संभवतः आपको बिना केदारनाथ के दर्शन करे घर लौटना पड़ सकता है |

इस आर्टिकल में हम Kedarnath Yatra 2022 और Kedarnath Temple से सम्बंधित कई जानकारियां जैसे केदारनाथ मंदिर के बारे में, Kedarnath Trek करते समय किन बातों का ध्यान रखें, Kedarnath Dham जाने के लिए e-Paas कैसे बनवाएं इत्यादि देने वाले हैं यदि आप उत्तराखंड के चार धामों में से एक धाम केदारनाथ मंदिर के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं या फिर Kedarnath Yatra 2022 की प्लानिंग कर रहे हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें |

केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra 2022) हिन्दू धर्म की पवित्र धार्मिक यात्रा है और इस यात्रा के दौरान दर्शनार्थियों का मुख्य लक्ष्य भगवान् शिव को समर्पित केदारनाथ मन्दिर पहुंचकर भगवान् शिव के दर्शन करना होता है | सही मायने में देखा जाए तो यह यात्रा अत्यधिक कठिन है, क्योंकि इस मन्दिर तक पहुँचने के लिए 18 किलोमीटर पर्वतीय मार्गों पर पैदल चलकर पहुँचना होता है तथा इसके टेढ़े-मेढ़े रास्ते इस यात्रा को अत्यधिक कठिन बनाते है |

किन्तु कहा जाता है कि यदि कोई श्रद्धालु सच्चे मन से भगवान् शिव के दर्शन के लिए आता है तो उस पर भगवान् शिव का आशीर्वाद रहता है और वह यहाँ की कठिन से कठिन चढ़ाई को भी हँसते हँसते चढ़कर Kedarnath Temple (केदारनाथ मन्दिर) पहुँच जाता है |

यह भी जानिये :- बद्रीनाथ मंदिर का इतिहास [History of Badrinath Temple in Hindi]

बद्रीनाथ मंदिर का इतिहास [History of Badrinath Temple in Hindi]

Kedarnath Temple (केदारनाथ मन्दिर)

केदारनाथ मन्दिर उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है तथा भगवान् शिव का यह मन्दिर Kedarnath Dham (केदारनाथ धाम) के नाम से विश्व विख्यात है और उत्तराखंड का सबसे विशाल शिव मन्दिर है | केदारनाथ धाम तीन ओर से ऊँची-ऊँची पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जिसमे से एक ओर से लगभग 22 हजार फुट ऊँचा केदारनाथ पर्वत, दूसरी ओर से 21 हजार 600 फुट ऊँचा खर्च कुण्ड पर्वत तथा तीसरी ओर से 22 हजार 700 फुट ऊँचा भरतकुण्ड पर्वत केदारनाथ मन्दिर की सोभा को बढ़ाते हैं तथा इस मन्दिर की रक्षा करते हैं |

kedarnath temple

Kedarnath Mandir बारह जियोतिर्लिंगों में सम्मिलित होने के साथ-साथ चारधामों में से एक धाम तथा उत्तराखंड के पंचकेदारों में से एक केदार है | यह मन्दिर लगभग 6 फुट ऊँचे चबूतरे पर कटवाँ पत्थरों के भूरे रंग के विशाल शिलाखंडों को जोड़कर बनाया गया है और यह मन्दिर इन शिलाखंडों की बजह से बहुत खूबसूरत प्रतीत होता है | केदारनाथ मन्दिर का गर्भगृह 8 वी सताब्दी का माना जाता है |

3553 मीटर की ऊँचाई पर केदारनाथ मन्दिर की ऊँचाई 85 फुटलम्बाई 187 फुट (Kedarnath Height) तथा मन्दिर की दीवारों पर लगे शिलाखंडों की मोटाई 12 फुट है | प्राचीनकाल में बनाया गया केदारघाटी की सोभा बढ़ाने वाला केदारनाथ मन्दिर वास्तुकला का एक नायाब रूप है जो किसी को भी आश्चर्यचकित कर सकता है |

Kedarnath Trek (केदारनाथ ट्रैक)

धार्मिक आस्था के केन्द्र केदारनाथ मन्दिर तक  पहुँचने के लिए एक कठिन रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है, किन्तु साहसिक गतिविधियाँ करते रहने वालों के लिए केदारनाथ का यह ट्रैक अत्यधिक रोमांचकारी भी होता है | इस ट्रैक में केदारनाथ धाम पहुँचने के लिए लगभग 18 किलोमीटर का पैदल सफ़र करना होता है | यदि आप बुजुर्ग हैं या फिर पैदल चलने में असमर्थ है तो आप खच्चर/घोड़े में बैठकर भी जा सकते हैं | केदारनाथ मन्दिर के लिए पैदल यात्रा गौरीकुण्ड से प्रारम्भ होती है तथा यह इस यात्रा का मुख्य पड़ाव है, यहाँ पर गर्म पानी का एक कुण्ड है जिसमे दर्शनार्थी स्नान करते हैं और अपनी यात्रा को प्रारम्भ करते हैं |

सर्वप्रथम गौरीकुण्ड से आपको रामबाड़ा पुल पहुँचना होता है जिसकी दूरी लगभग 4 किलोमीटर है | रामबाड़ा पहुँचकर प्राकृतिक वादियों तथा नदी के सौन्दर्य के बीच आप विश्राम कर सकते हैं क्योंकि रामबाड़ा के आगे की चढ़ाई अत्यधिक कठिन है |

Kedarnath Trek

रामबाड़ा पुल से लगभग 3 किलोमीटर दूर जंगल चट्टी है और यहाँ से लगभग 5 किलोमीटर दूर आपको भीमवली पहुँचना होता है, यहाँ पहुँचने के बाद आप विश्राम के साथ- साथ नास्ता – पानी का लुफ्त उठा सकते हैं |

भीमवली में विश्राम करने के बाद लगभग 2 किलोमीटर दूर लिंचोली है, जहाँ पर उत्तराखंड सरकार द्वारा पर्यटकों के लिए कई विश्रामगृह  बनाये गए हैं | यदि आप आगे का सफ़र उसी दिन ना करके अगले दिन करना चाहते हैं तो आप यहाँ पर ठहर सकते हैं | लिंचोली से केदारनाथ मन्दिर की दूरी लगभग 4 किलोमीटर है | इस सम्पूर्ण ट्रैक में आप प्राकृतिक वादियों, वर्फ से जमी नदियाँ तथा झरने और ख़ूबसूरत फूलों को देख सकते हैं |

Kedarnath trek route map from Gaurikund

गौरीकुण्ड – रामबाड़ा पुल – जंगल चट्टी – भीमवली – लिंचोली – केदारनाथ बेस कैंप – केदारनाथ मन्दिर

Kedarnath Yatra 2022 (Kedarnath Trek) के समय ध्यान रखने वाली कुछ मुख्य बातें

  • यात्रा करते समय आपके पास कम से कम सामान होना चाहिए क्योंकि यह यात्रा लम्बी है और आपके कन्धों पर ज्यादा सामान आपको जल्दी थका सकता है |
  • यात्रा के दौरान हल्के जूते पहने ताकि आपको चलने में सहूलियत हो और आपके पैरों पर छाले भी न पड़ें |
  • अपने पास एक रेन कोट अवश्य रखें क्योंकि केदारघाटी का मौसम बदलने में बिल्कुल भी समय नहीं लगता है, आपको किसी भी वक़्त बारिस का सामना करना पड़ सकता है |
  • आप किसी भी मौसम में यात्रा करें आपके पास एक जैकेट का होना जरुरी है क्योंकि केदारघाटी का तापमान हमेशा ही सामान्य तापमान से कम रहता है |
  • यात्रा के दौरान समय सीमा पर ध्यान दें क्योंकि यदि आप समय पर नहीं पहुंचेंगे तो आपको वहां पर ठहरने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है |
  • अपनी सुरक्षा के लिए एक टोर्च या फ्लेशलाइट अपने साथ रखें क्योंकि यदि आप समय पर नहीं पहुँचते हैं तो अँधेरा होने पर यह रास्ते में आपके काम आ सकती हैं |
  • अपने बैग में अपने साथ थोडा बहुत स्नेक्स (खाने पीने की वस्तुएं) अवश्य रखें जो कि रास्ते में आपके काम आएँगी और यह ध्यान रखें कि खाने पीने की वस्तुओं से सम्बंधित कूड़ा हमेशा कूड़ेदान में ही डालें |
  • हम अपने पाठकों को बता दें कि केदारघाटी में प्रत्येक सामान की कीमत दुगनी है, इसलिए इसके लिए आपको पहले से ही तैयार रहना होगा |
  • केदारनाथ यात्रा का सफ़र लम्बा है इसलिए समय-समय में अपने शरीर को आराम अवश्य दें |
  • अधिक ऊँचाई पर होने के कारण केदारघाटी में ऑक्सीजन की मात्रा की कमी है इसलिए पहले से ही अपने शरीर की नियमित जाँच करवा कर जाएँ, जिससे आप यात्रा के दौरान होने वाली परेशानियों से बच सकते हैं |
  • यदि आपको साँस की बीमारी है तो उससे सम्बंधित सभी दवाइयां हमेशा अपने साथ रखें, ताकि जरुरत पड़ने पर आप उन्हें समय पर खा सकें |
  • यदि आप समय पर अपने गन्तव्य पर नहीं पहुँचते हैं तो आपको भोजन से भी वंचित रहना पड़ सकता है, इसलिए भोजन की व्यवस्था (स्नेक्स इत्यादि) साथ रखें |
  • यदि आपको लगता है कि आप 18 किलोमीटर का लम्बा सफ़र तय करने में असमर्थ हैं तो पहले से ही आप घोड़े/खच्चर  में बैठकर अपनी यात्रा प्रारम्भ कर सकते हैं, क्योंकि बीच रास्ते से आपको घोड़े/खच्चर की सुविधा नहीं मिलेगी |
  • यदि आप प्राकृतिक सौन्दर्य को अपनी यादों के लिए हमेशा के लिए संजोना चाहते हैं तो अपने कैमरे या मोबाइल की बैटरी पहले से ही जाँच लें क्योंकि इस यात्रा के दौरान कई ऐसे स्थान आयेंगे जिन्हें आप अपने कैमरे में कैद करना चाहेंगे |
  • अपना आधार कार्ड तथा यात्रा कार्ड हमेशा अपने साथ रखें |

Kedarnath Yatra 2022 By Helicopter / केदारनाथ के लिए हवाई यात्रा

Kedarnath Uttarakhand  (केदारनाथ उत्तराखंड) भारत देश का गौरव है जहाँ पर भगवान् शिव के दर्शन करने के लिए देशी तथा विदेशी भक्त प्रतिवर्ष लाखों की मात्रा में पहुँचते हैं | वैसे तो यहाँ जाने के लिए सभी भक्तगढ़ पैदल मार्ग को ही चुनते हैं किन्तु यदि किसी कारणवश भोले के भक्त पैदल जाने में असमर्थ होते हैं तो उन्हें भी निराश होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि केदारनाथ यात्रा के लिए हेलीकाप्टर की व्यवस्था भी है, जिनकी मदद से मन्दिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है |

यदि आप केदारनाथ मन्दिर का सफ़र हवाई यात्रा द्वारा करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सोनप्रयाग,फाटा, मैखंडा तथा गुप्तकाशी से हेलीकाप्टर की सर्विस लेनी होगी और इसके लिए आपको यात्रा के पहले से ही ऑनलाइन बुकिंग कराकर अपनी सीट सुनिश्चित करवानी होगी | इस हवाई यात्रा के लिए आपको लगभग 5000 रूपए प्रति व्यक्ति (राउंड ट्रिप) तक का भुगतान करना पड़ सकता है |

Online registration for Char Dham Yatra 2022 /Kedarnath Yatra 2022 / Kedarnath e Pass कैसे बनवाएं ?

यदि आप Kedarnath Yatra 2022 कर रहे हैं या फिर उत्तराखंड के चार धाम में से किसी भी धाम जा रहे हैं तो आपको यात्रा e-Pass बनवाना अति आवश्यक है जिसे आप नीचे दिए गए ऑफिसियल वेबसाइट के लिंक पर क्लिक करके आसानी से बनवा सकते हैं |

Official website link

Chardham Yatra Registration 2022

  1. Chardham Yatra Registration फॉर्म भरें
  2. मांगे गए आवश्यक सभी दस्तावेजों को submit/upload करें
  3. Online Payment Gateway या फिर offline माध्यम (Bank/Post Office) से Processing Fee जमा करें
  4. अपने रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की electronin copy डाउनलोड करें और यात्रा के दौरान उसे अपने साथ रखें

Process for online registration for Kedarnath Yatra 2022 / Char Dham Yatra 2022

Step 1 

  • ऑनलाइन e-Pass बनवाने के लिए सर्वप्रथम आपको ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा
  • Home Page पर थोडा नीचे की ओर आने पर Register Yourself Here for Chardham and Hemkund Sahib का option दिखेगा जिस पर आपको click करना है
  • Click करते ही आपके सामने एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म open हो जाता है जिस पर आपको रजिस्ट्रेशन के लिए कुछ पर्सनल जानकारियां जैसे नाम और मोबाइल नम्बर इत्यादि भरना होता है
  • रजिस्ट्रेशन के लिए एप्लीकेशन फॉर्म में अपना नाम लिखें और मोबाइल नम्बर लिखकर नीचे दिए गए आप्शन Tour Operator/ Individual/ Family में से अपने अनुसार एक का चयन करें और पासवर्ड बनाकर उसे confirm करने के बाद Sign Up पर click कर दें
  • Sign Up पर click करते ही आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर में एक OTP भेजा जायेगा जिसे आपको fill करना है
  • इस तरह आपका रजिस्ट्रेशन complete हो जाएगा जिसके बाद आपको अपना अकाउंट log in करना है
  • Login करने के लिए आपको अपना मोबाइल नम्बर डालकर पासवर्ड डालने के बाद Captcha Code भरकर Sign In बटन पर click करना है
  • Login करते ही आपके सामने एक डैशबोर्ड open हो जाएगा जिस पर आपको यात्रा योजना बनाएं  tab पर click करना है
  • Plan Your Tour में Add New Tour पर click करें
  • Application Form भरें – Tour के प्रकार का चयन करें, Tour से सम्बंधित कोई नाम लिखें, Tour की अवधि तय करें, No. of Tourist बताएं और Save कर दें
  • Tour की अवधि तय करते समय आप जो date डालते हैं उसके बाद Check Availability पर click करते ही  Available Slots का चार्ट खुल जाता है उसके अनुसार अपनी यात्रा प्लान करें
  • kedarnath yatra registration

Step 2

  • Dashboard में यात्री पंजीकरण करें पर click करें
  • Add New pilgrim/ Tourist पर click करें
  • सावधानी पूर्वक Registration Of Pilgrim/Tourist का एप्लीकेशन फॉर्म भरें
  • Finish बटन पर click कर दें
  • अपना रजिस्ट्रेशन फॉर्म save करना ना भूलें

How to Reach Kedarnath Dam/Kedarnath Temple (केदारनाथ कैसे पहुंचें) ?

Route – 1 

दिल्ली -हरिद्वार – ऋषिकेश – देवप्रयाग – श्रीनगर – रुद्रप्रयाग – अगस्तमुनी – कुण्ड – गुप्तकाशी – फाटा – रामपुर – सोनप्रयाग – गौरीकुण्ड – केदारनाथ 

  • Delhi to Kedarnath Distance – 485 KM लगभग
  • Haridwar to Kedarnath Distance – 245 KM लगभग
  • Rishikesh to Kedarnath Distance – 215 KM लगभग
  • Dehradun to Kedarnath Distance – 260 KM लगभग

Route – 2

हल्द्वानी – भीमताल – भवाली – रानीखेत – द्वाराहाट – आदिबद्री – गैरसैण – रुद्रप्रयाग – अगस्तमुनी – कुण्ड – गुप्तकाशी – फाटा – रामपुर – सोनप्रयाग – गौरीकुण्ड – केदारनाथ 

  • Haldwani to Kedarnath Distance – 330 KM लगभग

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आशा करते हैं कि Kedarnath Yatra 2022 से सम्बंधित उपरोक्त आर्टिकल आपको पसंद आया होगा क्योंकि इस आर्टिकल में हमने इस यात्रा से सम्बंधित प्रत्येक महत्वपूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया है | यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें |

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