India’s first Computer यह वाक्य सुनकर ही मन में इसके बारे में जानने की इच्छा जागृत हो गयी होगी, मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था इसलिए सोचा कि इससे सम्बंधित रोचक तथा मुख्य जानकारियां क्यों ना अपने पाठकों को दी जाये और यह सोचते हुए इस आर्टिकल को लिखना आरम्भ किया | उम्मीद करता हूँ कि यह आर्टिकल आपको पसंद आएगा, यदि आप भी इस रोचक तथ्य के बारे में विस्तार में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें |
यह भी जानिये : What is Computer in Hindi
भारत में पहला कंप्यूटर कब आया ?
दुनिया को पहला कंप्यूटर 1940 में मिला था और यदि बात की जाए भारत की तो भारत ने अपना पहला कंप्यूटर 1956 में खरीदा था जिसकी कीमत 10 लाख रूपए थी जिसे HEC-2M (Hollerith Electronic Computer) नाम से जाना जाता था | भारत में लाये गए इस पहले कंप्यूटर को कलकत्ता में स्थित इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट में लगाया गया था और यह कंप्यूटर ऐसा बिल्कुल भी नहीं था जैसा कि वर्तमान समय में देखे जाते हैं, यह कंप्यूटर आकार में बहुत बड़ा था और इस कंप्यूटर को वैज्ञानिकों के कार्य करने के लिए रखा गया था |
HEC-2M को ब्रिटिश इंजिनियर Andrew Donald Booth ने बनाया था | उस समय ऐसे मात्र 8 कंप्यूटर बनाये गए थे और उस समय जापान के बाद पूर्ण एशिया में बस भारत के पास यह कंप्यूटर था |
भारत के पहले कंप्यूटर को कहाँ रखा गया था (Where was india’s first computer installed)
भारत में जब पहले कंप्यूटर को लाया गया तब उसे इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट, कलकत्ता में install किया गया और वहीँ पर वैज्ञानिक उस पर काम किया करते थे | वैज्ञानिक इसका उपयोग कठिन समीकरणों को solve करने और weather forecast के लिए करते थे और बाद में इस कंप्यूटर से प्रेरित होकर भारतीय वैज्ञानिकों ने भारत का पहला कंप्यूटर ” TIFARC “ 1962 में बनाया जिसका पूरा नाम Tata Institute of Fundamental Research Automatic Calculator था |
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