दीपावली (Deepawali 2022) हिन्दुओं के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक त्यौहार है जिसे प्रत्येक हिन्दू बड़ी धूमधाम तथा हर्षौल्लास के साथ मनाता है | इस त्यौहार की तैयारियां दशहरा के बाद ही प्रारम्भ कर दी जाती हैं और घर में साफ़ सफाई का कार्यक्रम प्रारम्भ हो जाता है | इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि दीपावली क्या है ( Deepawali in Hindi), Deepawali kab hai, क्यों मानते हैं Deepawali का त्यौहार तथा अन्य सम्बंधित जानकारियाँ | यदि आप भी दीपावली के बारे में विस्तारपूर्वक जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अन्त तक जरूर पढ़ें |
About Deepawali in Hindi (दीपावली क्या है)
दीपावली प्राचीन में जिसे दिवाली के नाम से भी जाना जाता था जो हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है और विश्व भर में रहने वाले हिन्दू परिवार इसे बड़ी धूमधाम से मानते हैं | दीपावली संस्कृत के दो शब्दों “दीप” और “आवली” से मिलकर बना है जहाँ पर दीप का अर्थ “दीपक” तथा आवली का अर्थ “श्रृंखला” होता है अर्थात “दीपों की एक श्रृंखला या पंक्ति”
कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाने वाला दीपावली का यह त्यौहार रोशनी का प्रतीक है और माना जाता है कि लक्ष्मी जी इस दिन धनवर्षा करती हैं इसलिए प्रत्येक घर में दीपावली के दिन लक्ष्मी की पूजा की जाती है और लक्ष्मी के आगमन की तैयारी की जाती है |
बच्चे इस दिन अत्यधिक खुश होते हैं और नए नए कपडे पहनकर घर में दीपक जलाकर पटाखे फोड़कर आनन्दित होते हैं और साथ ही साथ घर परिवार तथा मोहल्लों में लोग मिठाइयाँ बांटकर एक दूसरे को बधाइयाँ देते हैं |
Deepawali 2022 Date (2022 में दिवाली कब है) ?
अक्टूबर- नवम्बर आते ही प्रत्येक हिन्दू के अन्दर यह जानने की इच्छा जागृत हो जाती है क्योंकि प्रत्येक इंसान दीपावली के इस पर्व का बेसब्री से इन्तजार करता है | साल 2022 में दीपावली का यह त्यौहार 24 अक्टूबर 2022, सोमवार को मनाया जाएगा |
पंचांग के अनुसार दिवाली शुभ मुहूर्त
24 अक्टूबर 2022, सोमवार |
- रविवार के दिन त्रयोदशी तिथि शाम 6 बजकर 04 मिनट तक रहेगी और उसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी
- 24 तारीख को शाम 5 बजकर 28 मिनट पर चतुर्दशी तिथि समाप्त होगी और अमावस्या तिथि आरंभ होगी
- अमावस्या तिथि 25 तारीख को शाम 4 बजकर 19 मिनट तक रहेगी
क्यों मनाया जाता है दीपावली का त्यौहार ?
दिवाली क्यों मनाई जाती है सर्वप्रथम यह जानना सभी के लिए अति आवश्यक है क्योंकि यदि यह त्यौहार इतना बड़ा है और इसकी मान्यता भी इतनी ज्यादा है तथा इतनी धूमधाम से मनाया जाता है तो कुछ तो कहानी होगी इसके पीछे |
जी हाँ, जब भगवान् राम अपना 14 वर्ष का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे तो सभी अयोध्या वासियों ने लाखों दीप जलाकर उनका स्वागत किया था और तब से यह त्यौहार प्रतिवर्ष बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है |
यह दिन काफी शुभ था क्योंकि राम जी के वनवास आने के साथ साथ इसी दिन श्रीकृष्ण ने नरकासुर नाम के एक दानव का वध किया था और यही कारण है कि इस दिन को अति शुभ माना जाता है और दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है |
कैसे मनाते हैं दीपवाली का त्यौहार ?
जैसा कि दीपावली रोशनी का त्यौहार है इसलिए दिवाली के दिन लोग अपने अपने घरों में दिए जलाकर अपने घरों को रोशन करते हैं | इस त्यौहार में सफाई पर अत्यधिक ध्यान दिया जाता है, चाहे कोई व्यक्ति साल भर अपने घर में सफाई ना करे किन्तु दीपावली से पहले से ही उसके घर में सफाई प्रारम्भ हो जाती है |
सभी लोग अपने घर में पूजा स्थल की साफ़ सफाई करके उसे अच्छी तरह सजाते हैं तथा शुभ मुहूर्त आने पर वहां बैठकर पूजा अर्चना करते हैं | वर्तमान समय में प्रकाश के लिए बिजली वाली झालरों का प्रयोग किया जाता है, इन झालरों से घर मोहल्ला ही नहीं पूरा शहर जगमगा उठता है |
दीपावली के इस अवसर पर पटाखे फोड़ने का भी रिवाज है, बच्चे तथा बड़े मिलकर इस दिन तरह तरह के पटाखे जलाकर आनन्दित होते हैं | किन्तु बड़े पटाखों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण व वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए भारत की राजधानी दिल्ली सहित कई शहरों में पटाखों का वाहिस्कार किया जाने लगा है जो कि मानव जाति की सुरक्षा के लिए एक अच्छा कदम साबित होगा
उम्मीद करते हैं कि दिवाली (Deepawali 2022) से सम्बंधित उपरोक्त जानकारी आपको पसन्द आई होगी | जल्द ही दीपावली का त्यौहार आने वाला है इसलिए हमारी पाठकों से गुजारिश है की वे सभी दीपावली की तैयारियां प्रारम्भ कर दें और इस लेख को भी ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि दीवाली से सम्बंधित जानकारी ज्यादा लोगों के पास पहुँच सके |
आशा करते हैं कि Deepawali 2022 पर लिखी उपरोक्त जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और यदि आप इस लेख में किसी भी तरह का सुधार चाहते हैं या सम्बंधित जानकारी चाहते हैं तो आप हमें comment section के माध्यम से बता सकते हैं |